झांसी में दीवार गिरने से एक की मौत, अलीगढ़ में दो मंजिला मकान गिरा, 6 घायल

दैनिक उजाला 24। उत्तर प्रदेश में इस समय मानसून पूरी तरह सक्रिय है, और इसका असर प्रदेश के अधिकांश जिलों में देखा जा रहा है। साथ ही, ‘यागी’ तूफान के प्रभाव ने स्थिति को और विकराल बना दिया है। प्रदेश के कई जिलों में पिछले 24 घंटों में मूसलाधार बारिश हुई, जो सामान्य से 75% अधिक दर्ज की गई है। बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

मानसून के इस प्रचंड स्वरूप से कई जिलों में मकान ढहने, पेड़ गिरने और सड़कों के धंसने की घटनाएं सामने आई हैं। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में जलभराव के कारण सड़कें तालाब बन गई हैं, जिससे लोगों को आने-जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। विशेषकर झांसी, अलीगढ़, और फर्रुखाबाद जैसे जिलों में हालात चिंताजनक हो गए हैं।

झांसी में परिवार फंसा, SDRF ने चलाया बचाव अभियान
झांसी में लगातार हो रही तेज बारिश के कारण नदियों और नालों का जलस्तर काफी बढ़ गया है। जलभराव के कारण जगह-जगह छोटे-छोटे टापू बन गए हैं। बंगरा-बंगरी गांव में एक परिवार के 15 लोग इस टापू पर फंस गए, जिनमें बच्चे भी शामिल थे।

स्थानीय प्रशासन को सूचना मिलते ही तहसीलदार और एसडीएम अजय कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने अग्निशमन विभाग और पुलिस की टीम के साथ मिलकर बचाव कार्य शुरू किया। हालांकि, तेज बहाव और लगातार बढ़ते पानी के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में कठिनाई आई। इसके बाद इटावा से एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया और कड़ी मशक्कत के बाद सभी फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।

झांसी में दीवार गिरने से एक की मौत
झांसी में बारिश के कारण एक मकान की दीवार गिरने से एक व्यक्ति की जान चली गई। घटना के समय पीड़ित व्यक्ति दीवार के पास बैठा था। दीवार के गिरते ही वह मलबे में दब गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। प्रशासनिक टीम ने तुरंत मलबा हटाने का कार्य शुरू किया और अन्य किसी के मलबे में दबे होने की जांच की, हालांकि कोई और इस हादसे में घायल नहीं हुआ।

ट्रेनों की रफ्तार पर पड़ा असर
मूसलाधार बारिश से रेल यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। झांसी मंडल के कई रेलखंडों में पानी भर जाने से ट्रेनों की गति धीमी कर दी गई है। ललितपुर क्षेत्र में बारिश के कारण ट्रैक पर पानी भर गया, जिससे ट्रेनों की रफ्तार पर असर पड़ा। कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से घंटों देरी से चल रही हैं। प्रमुख ट्रेनों में छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति, यशवंतपुर संपर्क क्रांति, जबलपुर-निजामुद्दीन एक्सप्रेस, चेन्नई दूरंतो, और शताब्दी एक्सप्रेस शामिल हैं, जिनमें से कुछ 4 से 8 घंटे तक देरी से चल रही हैं।

अलीगढ़: दो मंजिला मकान गिरा, 6 घायल
अलीगढ़ जिले में भारी बारिश के कारण एक बड़ा हादसा हुआ। यहां एक दो मंजिला मकान बारिश की मार झेल नहीं सका और भरभराकर गिर गया। इस हादसे में घर के अंदर सो रहे 6 लोग मलबे में दब गए। राहत और बचाव कार्य के तहत स्थानीय प्रशासन और एम्बुलेंस टीम ने सभी घायलों को बाहर निकाला। घायलों को टप्पल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां एक महिला की हालत गंभीर देखते हुए उसे जेएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।

किसानों की मुश्किलें बढ़ीं
अलीगढ़ और फर्रुखाबाद जैसे जिलों में लगातार बारिश से किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अलीगढ़ में धान की फसल खेतों में गिर गई, जिससे किसान मायूस हो गए हैं। बारिश और तेज हवाओं ने फसल को बुरी तरह प्रभावित किया है। धान की बाली पानी में भीगने और मिट्टी लगने से दाने के काले पड़ने का खतरा मंडरा रहा है। अरहर और हरी सब्जियों की फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है।

किसानों का कहना है कि यह बारिश धान की फसल के लिए जहां लाभदायक हो सकती है, वहीं अन्य फसलों को बर्बाद कर रही है। धान की फसल तो जमीन पर गिर गई है, लेकिन इसका नुकसान केवल पैदावार पर नहीं, बल्कि पूरी खेती की लागत पर भी पड़ेगा। इसके चलते किसानों की आर्थिक स्थिति पर भी गहरा असर होगा।

हाथरस में जीवन अस्त-व्यस्त
हाथरस जिले में भी 24 घंटे से ज्यादा समय से लगातार बारिश हो रही है, जिससे जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। अधिकांश लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं, जबकि सिर्फ वही लोग बाहर निकल रहे हैं जिनके पास बेहद जरूरी काम है। जिलाधिकारी ने भारी बारिश को देखते हुए नर्सरी से लेकर 12वीं तक की कक्षाओं में दो दिन का अवकाश घोषित कर दिया है, हालांकि शिक्षकों को स्कूल में आकर काम करना पड़ रहा है।

प्रतीकात्मक फोटो।

फर्रुखाबाद: लगातार बारिश से बिजली आपूर्ति ठप
फर्रुखाबाद जिले में भी पिछले दो दिनों से तेज बारिश हो रही है, जिससे ग्रामीण और शहरी इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। लगातार बारिश और तेज हवाओं के चलते कई जगहों पर बिजली के खंभे और तार गिर गए हैं, जिससे बिजली व्यवस्था चरमरा गई है। बारिश ने पशु-पक्षियों के लिए भी संकट खड़ा कर दिया है, क्योंकि पानी और हवा के तेज बहाव के चलते उनके रहने के स्थान बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।

झांसी-ललितपुर रेलमार्ग पर जलभराव
झांसी-ललितपुर रेलमार्ग पर भी भारी बारिश के कारण ट्रैक पर पानी भर गया है। इससे रेल संचालन प्रभावित हुआ है और ट्रेनों की रफ्तार धीमी कर दी गई है। पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि कुछ खंडों पर पानी भरने के बावजूद रेल संचालन पूरी तरह बंद नहीं हुआ, लेकिन ट्रेनों की गति एहतियातन कम कर दी गई है।

बाढ़ का खतरा
लगातार हो रही बारिश ने यूपी के कुछ हिस्सों में बाढ़ का खतरा बढ़ा दिया है। खासकर पूर्वी उत्तर प्रदेश के 8 जिलों में बाढ़ की स्थिति फिर से उत्पन्न हो रही है। नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और निचले इलाकों में पानी घुसने लगा है। प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी है और बचाव कार्यों के लिए टीमें तैनात कर दी गई हैं।

Leave a Comment

Read More

Read More