दैनिक उजाला-24 ब्यूरो शाहजहांपुर। आवास विकास कालोनी बरेली मोड़ सहित लोधीपुर क्षेत्र तथा सुभाष नगर में रहने वाले लोगों में एक बार फिर से दहशत व्याप्त हो गई है।
इन क्षेत्रों में रिहायशी लगातार एक दूसरे से पूछ रहे हैं कि भैया अब बाढ़ तो नहीं आएगी? हम फिर से बर्बाद तो नहीं होंगे। भैया जानकारी दे देना ताकि पानी घरों में घुसने से पहले ही सामान ऊपरी हिस्सों में पहुंचा दें। रह रहकर बरबस ही इन क्षेत्रवासियों को 11 जुलाई का मंजर दिलों में दहशत पैदा कर रहा है।
वहीं खुटार बंडा क्षेत्र में भी लोग कह रहे हैं भाई पलिया भीरा के रास्ते से अभी मत गुजरना। ना जाने कब यहां पानी का तेज बहाव आ जाए।
दहशत का कारण है शारदा बैराज से लाखों क्यूसेक पानी का छोड़ा जाना। बता दें कि विगत 12 सितंबर को रात्रि 10 बजे बनबसा शारदा नदी का जलस्तर बढ़ने से 102384 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
जिसकी प्रवृत्ति बढ़ना बताई गई है। यहां खतरे का जलस्तर 221.70एम तथा गेज 219 .20 है। जबकि पलिया में भी जलस्तर बढ़ा है। वहीं शारदा बैराज में 12 सितंबर को 39395 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज होने के बाद प्रवृत्ति स्थिर थी। तो घाघरा नदी गिरजा बैराज से डिस्चार्ज किया पानी 170505 क्यूसेक के बाद भी प्रवृत्ति स्थिर बताई गई।
आज जो शाहजहांपुर में बाढ़ और पानी को लेकर दहशत का माहौल है। उसका कारण अधिशासी अभियंता शारदा नहर खण्ड शाहजहांपुर द्वारा जारी पत्रांक है। जिसमें शाहजहांपुर में नदियों में जलस्तर बढ़ने की संभावना व्यक्त की गई है। शारदा नहर खण्ड से जारी पत्र में बताया गया कि उत्तराखंड तथा पीलीभीत में हो रही भारी वर्षा के कारण पीलीभीत में दियूनी बैराज से देवहा नदी में 38966 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिससे शाहजहांपुर की गर्रा नदी का जलस्तर तीन दिनों के भीतर तीन मीटर तक बढ़ने की सम्भावना है। जबकि पीलीभीत कैचमेंट भारी बारिश के चलते अगले तीन दिनों में खन्नौत नदी का जलस्तर भी लगभग दो मीटर बढ़ सकता है।
शारदा नहर खण्ड के बाढ़ नियंत्रण प्रभारी अधिकारी के अनुसार दोनों नदियों में जलस्तर बढ़ने की प्रबल संभावना व्यक्त की है। उन्होंने दोनों नदियों यानि गर्रा एवं खन्नौत नदी के तटबंधीय इलाके के लोग जल्द से जल्द सुरक्षित एवं एलर्ट हो जाएं। उन्होंने लोगों से क्षेत्र में एलर्ट रखते लगातार निगरानी बनाए रखने की अपील की है।