बदायूं/शाहजहांपुर। जिले के दातागंज इलाके में रामगंगा और अरिल नदियों के उफान के कारण दातागंज-शाहजहांपुर मार्ग को बंद कर दिया गया है। इस वजह से दातागंज से शाहजहांपुर जाने वाले लोगों का आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है। इसके साथ ही बाढ़ का पानी 14 स्कूलों में घुस गया, जिसके चलते इन स्कूलों को बंद कर दिया गया है।
जलभराव से स्कूल डूबे, रही छुट्टी
प्राथमिक विद्यालय जरतौली के परिसर और कक्षाओं में एक से डेढ़ फीट तक पानी भर गया है। वहीं, संविलियन विद्यालय शेरपुर में दो से तीन फीट तक पानी भर गया है। बाढ़ के कारण जरतौली, सकतपुर, सिमरिया, नवादा बदन, देवचरी, हर्रामपुर, शेरपुर, गाढि़या पैगंबरपुर और कुड़ा मजरा सहित 14 गांवों के स्कूल मंगलवार को बंद रहे।
रास्ता बंद होने से बढ़ी परेशानी
रामगंगा नदी में बढ़ते जलस्तर के कारण हर्रामपुर से लालपुर खादर और नगरिया खनू से लालपुर खादर होते हुए शाहजहांपुर जाने वाले मार्ग को बंद कर दिया गया है। पहले लोग दातागंज से बेला डांडी पुल के रास्ते शाहजहांपुर जा रहे थे, लेकिन इस पुल पर भी पानी आ जाने के बाद प्रशासन ने इस रूट को भी बंद करा दिया। अब दातागंज से शाहजहांपुर जाने का सीधा रास्ता बंद हो गया है और लोगों को बरेली या बदायूं होकर जाना पड़ रहा है।
बाढ़ से कई गांव जलमग्न
बाढ़ का पानी जरतौली, सकतपुर, सिमरिया, नवादा बदन, देवचरी, नगला नत्थू सिंह, देवरनिया, हर्रामपुर, शेरपुर और गढि़या पैगंबरपुर जैसे 10 गांवों में भर गया है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। गांवों के निचले इलाकों में बने घरों में पानी घुस चुका है, जिसके कारण लोग ऊंचाई पर बने घरों में शरण लेने लगे हैं। अगर पानी का स्तर ऐसे ही बढ़ता रहा, तो लोगों को गांव छोड़कर जाना पड़ सकता है।
पुलिया पर पानी, मार्ग बंद
गढ़िया से हर्रेनगला मार्ग पर बनी पुलिया तीन से चार फीट पानी में डूबी हुई है, जिससे यह रास्ता भी बंद कर दिया गया है। इन गांवों के लोग अब अपने घरों में कैद होकर रह गए हैं और बाहर निकलने में असमर्थ हैं।
लगातार बढ़ रहा रामगंगा का जलस्तर
रामगंगा का जलस्तर 13 सितंबर से लगातार बढ़ रहा है। 13 सितंबर को जलस्तर 159.550 मीटर था, जो 17 सितंबर तक बढ़कर 161.540 मीटर हो गया। चार दिनों में लगभग पौने दो मीटर की वृद्धि हुई है। इस बढ़ते जलस्तर का जनजीवन पर गहरा असर पड़ रहा है, जिससे लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।