शाहजहांपुर। जीएफ़ कॉलेज के वाणिज्य विभाग द्वारा देश के आर्थिक विकास में बचत की भूमिका विषय पर एक विभागीय सेमिनार का आयोजन किया गया।
सेमिनार में बोलते हुए महाविद्यालय प्राचार्य प्रोफेसर मोहसिन हसन खान ने कहा कि बचत की उच्च दर पूंजी की मात्रा को बढ़ाती है। जो देश में उच्च आर्थिक विकास को बढ़ावा देती है। उन्होंने कहा इसके अलावा, बचत के लिए सीमांत झुकाव के सिद्धांत के आधार पर राजस्व वृद्धि से बचत दर का विस्तार होता है। कहां कुल बचत में वृद्धि से उच्च जीडीपी वृद्धि से जुड़े बड़े निवेश प्राप्त होते हैं।

सेमिनार कमेटी के समन्वयक प्रो०मोहम्मद साजिद ने कहा कि शोध पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। जिसके माध्यम से नवाचार को विकसित किया जा सके।
सहायक प्रोफेसर व वाणिज्य विभागाध्यक्ष डॉ. पुनीत मनीषी ने बताया कि बचत वह शेष राशि है जो किसी व्यक्ति की उपभोग आवश्यकताओं को पूरा करने के बाद बचती है।
वाणिज्य प्रवक्ता डॉ०प्रदीप कुमार ने कहा कि बचत से बड़ी खरीदारी के लिए भुगतान करने, कर्ज से बचने, वित्तीय तनाव को कम करने, एक वित्तीय विरासत छोड़ने और वित्तीय स्वतंत्रता की अधिक समझ प्रदान करने में मदद मिलती है। सेमिनार का संचालन डॉ. तनवीर आलम ने किया।
इस अवसर पर वाणिज्य प्रवक्ता डॉ. सैयद हुसैन व डॉ०निजामुद्दीन ने शोध पत्र पढ़ा। जबकि छात्र-छात्राओं में शिवांशी, शिल्पी, अभिनव, अपर्णा मौर्य, श्वेता मौर्य, सुमित, समरा, कशिश राणा, सानिया, फलक, निशा, निदा, कनिष्का श्रीवास्तव, बुशरा, गौतम पार्थ, मुजम्मिल व जतिन आदि ने भी शोध-पत्र पढ़ा।