बरेली। आज बरेली में हजारों किसानों ने अपनी मांगों को लेकर शहर में जोरदार प्रदर्शन किया। जिससे पूरे शहर में भारी जाम की स्थिति बन गई। भारतीय किसान यूनियन और अन्य किसान संगठनों के नेतृत्व में किसान ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ कमिश्नरी कार्यालय की ओर कूच करते नजर आए।
सुबह से ही किसानों का काफिला झुमका तिराहे से शहर की ओर बढ़ना शुरू हुआ। पुलिस ने कई स्थानों पर बैरिकेडिंग कर उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन भारी संख्या में किसानों के आगे पुलिस नाकाम रही। इसके बाद मुख्य सड़कों पर लंबा जाम लग गया, जिससे शहर की यातायात व्यवस्था चरमरा गई।
कमिश्नरी चौराहे पर किसानों का जमावड़ा

दोपहर 12 बजे से कमिश्नरी चौराहे के पास किसानों की भीड़ इकट्ठी होनी शुरू हो गई। ट्रैक्टर-ट्रालियों और झंडों से सुसज्जित किसान नारेबाजी करते हुए कमिश्नरी की ओर बढ़ने लगे। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने चौराहे और आसपास के इलाकों में बैरिकेड्स लगाकर सुरक्षा कड़ी कर दी। कमिश्नरी के दोनों मुख्य गेटों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
प्रदर्शनकारियों ने घेरा कमिश्नरी
किसान अपनी मांगों को लेकर कमिश्नरी कार्यालय के बाहर डटे रहे और जोरदार नारेबाजी की। कई किसान कमिश्नरी के अंदर भी प्रवेश कर गए। जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया। सुरक्षा बलों ने स्थिति को संभालने के लिए लगातार निगरानी की, लेकिन किसान डटे रहे और अपने मांगों को पूरा करने की बात पर अड़े रहे।
विभिन्न मांगों को लेकर हो रहा है आंदोलन
किसानों के इस आंदोलन के पीछे कई प्रमुख मांगें हैं, जिनमें फसलों का उचित दाम, कर्ज माफी, बिजली के बिलों में राहत और कृषि कानूनों से जुड़ी समस्याएं शामिल हैं। किसान संगठनों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं किया जाएगा, उनका आंदोलन जारी रहेगा।शहर में जगह-जगह लगे जाम और प्रदर्शन के चलते आम जनजीवन प्रभावित हुआ। कई स्कूलों और कार्यालयों में आने-जाने में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और किसानों के साथ बातचीत की कोशिशें की जा रही हैं।
बरेली में किसानों का यह प्रदर्शन बताता है कि उनकी मांगें अब भी अनसुनी हैं और वे उनके लिए पूरी ताकत से लड़ने के लिए तैयार हैं। यह आंदोलन कब तक चलेगा और इसका क्या परिणाम होगा, यह देखने वाली बात होगी, लेकिन फिलहाल बरेली शहर इस प्रदर्शन से पूरी तरह से ठप हो गया है।