मुरादाबाद। जिले के ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र में शुक्रवार को एक गंभीर घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। पुलिस पर ग्रामीणों की भीड़ ने जानलेवा हमला किया। जिसके कारण पुलिसकर्मियों को बंधक बनाकर पीटा गया। उनकी वर्दी फाड़ी गई और गाड़ियों के टायरों की हवा निकाल दी गई। इस बवाल की वजह एक ग्रामीण युवक मोनू की मौत थी। जो ट्रैक्टर के नीचे दबकर मर गया था। ग्रामीणों का आरोप है कि यह घटना पुलिस की वसूली की वजह से हुई। जिसने भीड़ को गुस्से में उकसाया।
पुलिसकर्मी अनीस ने उनसे प्रति ट्राली 500 रुपए की मांग की
गांव दलपतपुर के निवासी मोनू (लोकेश उर्फ सोनू) अपने खेत से मिट्टी लाने के लिए शुक्रवार सुबह ट्रैक्टर-ट्राली लेकर निकले थे। आरोपों के अनुसार, पुलिसकर्मी अनीस ने उनसे प्रति ट्राली 500 रुपए की मांग की थी। लेकिन मोनू ने पैसे देने से इंकार कर दिया। इसके बाद अनीस और अन्य तीन पुलिसकर्मियों ने पुलिस की गाड़ी से उनका पीछा किया। ग्रामीणों का कहना है कि इस दबाव और डर की वजह से मोनू ने ट्रैक्टर नहीं रोका और तेज गति से भागने की कोशिश की। जिससे उसका ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलट गया। ट्रैक्टर के पलटने से मोनू उसकी ट्राली के नीचे दब गए और उनकी मौत हो गई।
गुस्साई भीड़ का पुलिस पर हमला
इस दुर्घटना की खबर फैलते ही स्थानीय लोग इकट्ठा हो गए और गुस्से में आकर पुलिस पर हमला कर दिया। महिलाएं और ग्रामीण डंडे और पत्थरों के साथ पुलिसकर्मियों पर टूट पड़े। उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर मारा और उनकी वर्दी तक फाड़ दी। पुलिस की गाड़ी के टायरों की हवा निकाल दी गई। कई पुलिसकर्मियों को बंधक बनाकर उनके साथ मारपीट की गई।
घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला अधिकारी (डीएम) और पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सतपाल अंतिल भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने भीड़ को समझा-बुझाकर बंधक बनाए गए पुलिसकर्मियों को छुड़ाया। हालात को काबू में करने के लिए फोर्स की तैनाती की गई और ग्रामीणों के आरोपों की जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस के खिलाफ एफआईआर
घटना के बाद। ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों पर वसूली का आरोप लगाया। इस पर कार्रवाई करते हुए एसएसपी ने बताया कि दो कॉन्स्टेबल अनीस और नरेश पर नामजद एफआईआर दर्ज की गई है। इसके अलावा, 2-3 अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
एसएसपी ने बताया कि घटना की जांच के लिए सभी साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं और मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
घटना के बाद गांव के लोग बेहद गुस्से में हैं। उनका आरोप है कि पुलिस की इस प्रकार की हरकतें आए दिन होती रहती हैं। और यह घटना पुलिस की मनमानी और वसूली की वजह से हुई है। ग्रामीणों की मांग है कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
यह घटना मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा में पुलिस और जनता के बीच अविश्वास और तनाव का प्रतीक बन गई है। मोनू की मौत ने स्थानीय जनता के गुस्से को भड़का दिया। और पुलिस पर वसूली के आरोप ने स्थिति को और गंभीर बना दिया। इस घटना ने पुलिस प्रशासन को कठघरे में खड़ा कर दिया है।