पंकज पटेल। वाराणसी के एक इलाके में गंदगी की पोस्ट एक्स (ट्विटर) पर शेयर करके स्वच्छ भारत आभियान पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि बनारस क्योटो तो बना नहीं, जो था वो भी रहा नहीं। पढ़िए और क्या कहा…
अखिलेश यादव का निशाना, सोशल मीडिया पर पोस्ट कर साधा सरकार पर निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की गंदगी का मुद्दा फिर से सुर्खियों में है।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हाल ही में वाराणसी के एक प्रमुख इलाके की गंदगी की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की।
उन्होंने इस पर तंज कसते हुए लिखा, “ये है देश के प्रधान संसदीय क्षेत्र का हाल, सड़क को कूड़ा-घर समझने की भूल न की जाए। ये है ‘स्वच्छ भारत’? बनारस क्योटो तो बना नहीं, जो था वो भी रहा नहीं। आशा है इस पोस्ट के प्रकाशित होने के बाद कल तक ये स्थान साफ़-सुथरा हो जाएगा।
भाजपा सरकार तो काम करती नहीं है, विपक्ष ही उससे काम करवाता है।”
अखिलेश यादव ने इस पोस्ट के जरिए सरकार के स्वच्छ भारत अभियान पर सवाल खड़े किए हैं।
उनका कहना है कि वाराणसी को क्योटो बनाने का जो वादा किया गया था। वह पूरा नहीं हुआ और शहर की स्थिति बदतर हो गई है।
उनका दावा है कि जनता अब अपनी समस्याओं के समाधान के लिए विपक्ष का सहारा ले रही है, क्योंकि सरकार इस दिशा में असफल साबित हो रही है।
इस पोस्ट के वायरल होने के बाद उम्मीद की जा रही है कि स्थानीय प्रशासन हरकत में आएगा और क्षेत्र की सफाई जल्द की जाएगी।