कन्नौज। सदर कोतवाली क्षेत्र के नसरापुर में सोमवार को दलित परिवार के मकान और दुकानों को प्रशासन ने बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में हुई। जिसमें विरोध करने वाली महिलाओं और युवतियों के साथ झड़प भी हुई। महिला पुलिसकर्मियों ने महिलाओं को घसीटा और मारपीट की। जिसके बाद विवाद बढ़ गया।
जानिए क्या है मामला
कन्नौज-तिर्वा रोड पर स्थित जमीन पर आशीष कुमार ने मकान और दुकानें बनवाई थीं। यह जमीन उन्होंने तिर्वा के महेंद्र गुप्ता से किराए पर ली थी। दोनों के बीच जमीन को खरीदने को लेकर पहले से समझौता था। लेकिन भुगतान के समय विवाद हो गया। आशीष ने एडवांस राशि देकर जमीन खरीदने की प्रक्रिया शुरू की थी। लेकिन पैसों के भुगतान को लेकर फिर से विवाद पैदा हो गया। इसके बाद महेंद्र गुप्ता ने पुलिस से शिकायत की और मामले को लेकर प्रशासन हरकत में आया।
महिलाओं के विरोध पर पुलिस की सख्ती
सोमवार को पुलिस बुलडोजर लेकर आशीष कुमार के मकान और दुकानों को गिराने पहुंची। जब बुलडोजर कार्रवाई शुरू हुई, तो आशीष की परिवार की महिलाएं बुलडोजर के सामने बैठ गईं। विरोध करने पर महिला थाना इंचार्ज रंजना पांडेय ने महिला सिपाहियों के साथ महिलाओं को घसीटकर हटाया। इस दौरान उनकी पिटाई भी की गई, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।
सीओ सिटी कमलेश कुमार ने बताया कि झगड़े की सूचना 112 पर मिली थी, जिसके आधार पर पुलिस मौके पर पहुंची और झगड़ा शांत कराया। उन्होंने कहा कि मामले में कानूनी कार्रवाई की जा रही है और पूरी जांच के बाद स्थिति स्पष्ट की जाएगी।
सपा नेत्री ने किया विरोध, ध्वस्तीकरण से पहले कोई नोटिस नहीं दिया
बुलडोजर कार्रवाई के बाद सपा नेत्री शशिमा सिंह दोहरे ने मौके पर पहुंचकर पुलिस के खिलाफ विरोध दर्ज कराया। उन्होंने कहा कि दलितों का उत्पीड़न किया जा रहा है और ध्वस्तीकरण से पहले कोई नोटिस नहीं दिया गया। इस मामले को सपा प्रमुख अखिलेश यादव तक पहुंचाया जाएगा।