लखीमपुर। बीजेपी विधायक योगेश वर्मा को दौड़ा-दौड़ाकर पीटने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। शुक्रवार को दोपहर 12 बजे करीब 8000 समर्थकों ने डीएम ऑफिस का घेराव किया और हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच अखिलेश यादव ने इस घटना पर तीखा तंज कसते हुए सवाल उठाए।
मामला 3 दिन पहले पुराना
यह मामला 3 दिन पहले का है, जब अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के डेलिगेट्स नामांकन के दौरान बीजेपी विधायक योगेश वर्मा को अवधेश सिंह ने थप्पड़ मारा। इसके बाद विधायक को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। इस घटना के बाद डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने चुनाव स्थगित कर दिया।
समर्थकों के प्रदर्शन पर SP का आश्वासन
सूचना मिलने पर एसपी गणेश प्रसाद साहा भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि आरोपियों के खिलाफ 48 घंटे के भीतर कार्रवाई की जाएगी। जिसके बाद प्रदर्शन शांत हुआ।
अखिलेश यादव ने कसा तंज
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले पर तंज कसा। उन्होंने कहा, “आरोपी ने न केवल बीजेपी विधायक को मारा, बल्कि दूसरों से भी पिटवाया और पुलिस खड़ी देखते रह गई। अब तक एफआईआर तक दर्ज नहीं हुई है।”
समर्थकों डीएम कार्यालय पहुंचकर घेराव किया
शुक्रवार सुबह 10 बजे से कुर्मी समाज, व्यापार मंडल, और अनुसूचित जाति के लोग बिलोबी मैदान में इकट्ठा होने लगे। संख्या बढ़ने के साथ, दोपहर 12 बजे समर्थक डीएम कार्यालय पहुंचकर घेराव करने लगे। उनकी मांग थी कि अवधेश सिंह को गिरफ्तार किया जाए और उन पर रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) लगाया जाए। साथ ही, एडीएम और कोतवाल के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की गई।
एसपी गणेश प्रसाद साहा ने कहा, “हमें घटना से संबंधित तीन प्रार्थना पत्र मिले हैं। घटना के सीसीटीवी फुटेज देखकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। एफआईआर में विलंब इसलिए हुआ क्योंकि तीन शिकायतें प्राप्त हुई हैं।”
लखीमपुर में बीजेपी विधायक की पिटाई के इस मामले ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। विरोध प्रदर्शन और अखिलेश यादव की टिप्पणी ने इस घटना को और भी सुर्खियों में ला दिया है। अब देखना होगा कि प्रशासन द्वारा किए गए वादे पर कब और कैसी कार्रवाई होती है।
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