महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय का 22वां दीक्षांत समारोह सम्पन्न, राज्यपाल ने 94 टॉपर्स को दिए गोल्ड मेडल

पंकज पटेल

बरेली। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय, बरेली में 22वां दीक्षांत समारोह धूमधाम से आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की और 94 टॉपर्स को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया। इसके साथ ही, विश्वविद्यालय के 187 शोध छात्रों को भी पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई।

समारोह के दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने छात्राओं की सफलता की सराहना करते हुए कहा, “इस साल की उपलब्धियों में छात्राओं ने अधिकतम गोल्ड मेडल जीते हैं। आने वाले 20 वर्षों में, पूरे देश में गोल्ड मेडल विजेता छात्राओं का वर्चस्व होगा।” यह बात उन्होंने इस साल की दीक्षांत समारोह में टॉपर्स की सूची में छात्राओं के प्रमुख स्थान पर होने के संदर्भ में कही। उन्होंने माता-पिता के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि बच्चों की सफलता में माता-पिता का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।

मोबाइल फोन पर राज्यपाल की सलाह

समारोह के दौरान राज्यपाल ने आधुनिक तकनीक और मोबाइल फोन के उपयोग पर भी चर्चा की। उन्होंने विशेष रूप से माता-पिता से अपील की कि वे अपने बच्चों को महंगे मोबाइल फोन न दें। “चाहे मोबाइल 25,000 का हो, 50,000 का या 1 लाख का, इसे बच्चों के हाथों में न दीजिए।” उन्होंने कहा कि यह बच्चों की एकाग्रता और मानसिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

उद्योगपति रतन टाटा के योगदान को याद किया 

राज्यपाल ने इस अवसर पर देश के मशहूर उद्योगपति रतन टाटा के जीवन और उनके योगदान को भी याद किया। उन्होंने कहा कि रतन टाटा का जीवन हमें सकारात्मक बदलाव लाने की प्रेरणा देता है। उन्होंने रतन टाटा के साथ अपने व्यक्तिगत अनुभव भी साझा किए और बताया कि कैसे उन्होंने गुजरात को औद्योगिक रूप से समृद्ध बनाने में अहम भूमिका निभाई।

राजनीति का अनुभव गांव और समाज के साथ काम करने से आता 

महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय का 22वां दीक्षांत समारोह सम्पन्न, राज्यपाल ने 94 टॉपर्स को दिए गोल्ड मेडल

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजनीति विज्ञान के छात्रों से जुड़ा एक किस्सा साझा करते हुए कहा कि राजनीति में पीएचडी की पढ़ाई नहीं चलती। बल्कि इसका अनुभव गांव और समाज के साथ काम करने से आता है। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे समाज सेवा की भावना से राजनीति में आएं, और अपनी प्रतिष्ठा गांव और समाज में काम करने से स्थापित करें।

भारत तेरे टुकड़े होंगे जैसी विचारधारा देने वाले शिक्षक कौन हैं?

उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने इस मौके पर भारतीय शिक्षा प्रणाली पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा, “भारत तेरे टुकड़े होंगे जैसी विचारधारा देने वाले शिक्षक कौन हैं? हमें ऐसी शिक्षा की जरूरत है जो राष्ट्रहित में हो और जिससे पहले सृष्टि, फिर राष्ट्र, समाज और फिर परिवार का ध्यान रखा जाए।”

महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय का 22वां दीक्षांत समारोह सम्पन्न, राज्यपाल ने 94 टॉपर्स को दिए गोल्ड मेडल

भगवान श्री कृष्ण को बताया सबसे बड़ा मोटिवेटर

उच्च शिक्षा मंत्री ने भगवान श्री कृष्ण को सबसे बड़ा मोटिवेटर बताते हुए कहा कि जब विदेशों में भी लोग ‘भारत माता की जय’ कहते हैं, तो हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की भी प्रशंसा की और कहा कि मोदी के मार्गदर्शन में देश को एक नई दिशा मिली है।

सांस्कृतिक कार्यक्रम और फूलों से सजी यूनिवर्सिटी

समारोह में विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक क्लब की छात्राओं ने पर्यावरण संरक्षण पर आधारित गीत गाकर उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया। समारोह स्थल की सजावट के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी, जिसमें 12 प्रकार के फूलों का उपयोग किया गया। कुलपति प्रो. के.पी. सिंह ने जानकारी दी कि यूनिवर्सिटी कैंपस को रंग-बिरंगे झंडों और विदेशी फूलों से सजाया गया था।

समारोह में पेरेंट्स और छात्राओं का उत्साह दिखा 

दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों के साथ उनके अभिभावक भी मौजूद थे। पीएचडी की उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं में विशेष उत्साह देखा गया। मैनेजमेंट में पीएचडी की उपाधि प्राप्त करने वाली पूजा त्रिपाठी ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह क्षण उनके जीवन का सबसे यादगार पल है।

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