वाराणसी के बड़ागांव क्षेत्र में रविवार की देर शाम करीब 8 बजे दर्दनाक हादसा हो गया। जिसमें एक परिवार बाघ एक्सप्रेस की चपेट में आ गया। इस हादसे में मां और उसके एक साल के बेटे की मौत हो गई। जबकि पिता और बड़ा बेटा गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना बीरापट्टी स्टेशन के पास की है, जहां ट्रेन से कटकर यह हादसा हुआ।
दुर्घटना के बाद घायल पिता अपने बेटे को सीने से लगाकर तड़पते हुए देखा गया। वह अपने घायल बेटे की देखभाल करते हुए उसकी पीठ सहलाता और सिर पर हाथ फेरता रहा। आस-पास मौजूद लोग उन्हें दिलासा देने की कोशिश कर रहे थे, और जल्द ही एंबुलेंस की सहायता से घायलों को अस्पताल भेजा गया।
हादसा या आत्महत्या, इसकी पुष्टि नहीं
घटना के समय ट्रेन के लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाई, लेकिन तेज रफ्तार होने की वजह से परिवार को बचाया नहीं जा सका। महिला और उसके एक साल के बच्चे के शव ट्रैक पर करीब 50 मीटर की दूरी पर मिले। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह हादसा था या परिवार ने आत्महत्या का प्रयास किया।
लोको पायलट की सूचना पर पहुंची पुलिस
घटना रात 8:44 बजे की है, जब बाघ एक्सप्रेस ने बीरापट्टी स्टेशन पार किया। ट्रेन के लोको पायलट और गार्ड ने वाराणसी कैंट स्टेशन को घटना की सूचना दी, जिसके बाद जीआरपी और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घायलों को तत्काल दीनदयाल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उन्हें गंभीर हालत में बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया।
मृतकों और घायलों की पहचान
हादसे में पूजा नाम की महिला और उसके एक साल के बेटे की मौत हो गई, जबकि संदीप उर्फ टीटू (30) और उसका बड़ा बेटा शुभम (6) गंभीर रूप से घायल हैं। संदीप चोलापुर थाना क्षेत्र के प्रेम नगर के नहिया गांव का रहने वाला है, जबकि उसकी ससुराल पिंडरा के खालिशपुर में है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और परिवार व ससुराल पक्ष से जानकारी ली जा रही है। अभी तक इस दुर्घटना के पीछे के मुख्य कारण का पता नहीं चल पाया है।