कानपुर। 4 महीने पहले किडनैप हुई कारोबारी राहुल गुप्ता की पत्नी एकता (32) की हत्या का खुलासा हाे गया है। पुलिस ने इस मामले में जिम ट्रेनर विमल सोनी को गिरफ्तार किया। जिसने पूछताछ में एकता की हत्या करने और उसके शव को डीएम आवास परिसर में दफनाने की बात कबूली की। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने 24 जून को ही हत्या कर शव डीएम आवास कैंपस में दफना दिया था। डीएम आवास जैसी हाई-सिक्योरिटी वाली जगह पर शव दफनाए जाने की खबर से हड़कंप मच गया।

घटना के 4 महीने बाद खुलासा
शनिवार को आरोपी विमल सोनी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। उसने बताया कि 24 जून को एकता और उसके बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। गुस्से में उसने एकता के गले में पंच मार दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद विमल ने शव को कार में रखकर डीएम आवास परिसर में ले जाकर गड्ढा खोदकर दफना दिया।
डीएम आवास परिसर में आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने मेन गेट के पास खुदाई कराई। जिसमें महिला का कंकाल बरामद हुआ। एकता के पति राहुल गुप्ता ने शव की पहचान ट्रैक शूट पर लगे कंपनी के लोगो से की। शव को बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया।

पढ़िए पूरी कहानी क्या है वजह
एकता ग्रीन पार्क स्थित एक जिम में एक्सरसाइज करने जाती थी, जहां विमल ट्रेनर था। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने के बाद विमल ने शादी तय कर ली थी। 24 जून को जिम से निकलने के बाद एकता गायब हो गई। जिम के सीसीटीवी में वह बैग लेकर बाहर जाती दिखाई दी, जिसके बाद राहुल गुप्ता ने पुलिस में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस को पहले शक हुआ कि विमल एकता को लेकर भाग गया है, लेकिन कार से मिले साक्ष्यों और विमल के लापता होने के बाद हत्या का शक हुआ।
डीएम आवास में शव दफनाने की वजह
विमल डीएम आवास के आस-पास के कुछ अफसरों को जिम ट्रेनिंग भी देता था और इसी कारण उसे परिसर में जाने की अनुमति थी। डीएम आवास परिसर के पास एक कमरे में वह समय बिताता था। जिससे उसे घटना को अंजाम देने में आसानी हुई। उसने गहरी प्लानिंग के तहत एकता की हत्या कर शव को हाई-सिक्योरिटी वाले डीएम आवास परिसर में दफना दिया ताकि किसी को उस पर शक न हो।

पुलिस की चुनौती 4 महीने तक आरोपी का कोई सुराग नहीं
विमल का मोबाइल घटना के बाद से बंद था, जिससे उसकी लोकेशन का पता लगाना मुश्किल हो गया। पुलिस ने आरोपी की तलाश में पुणे, पंजाब, और आगरा जैसे स्थानों पर छापेमारी की। आखिरकार शनिवार को पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस कर उसे माल रोड से गिरफ्तार कर लिया। प्रारंभिक पूछताछ में विमल ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन सख्ती के बाद उसने डीएम आवास परिसर में शव दफनाने की सच्चाई कबूली।
कारोबारी का बयान: ‘आरोपी को फांसी होनी चाहिए’
राहुल गुप्ता का कहना है कि वे पिछले चार महीने से पुलिस के चक्कर काट रहे थे। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी के अपहरण और हत्या से उनका परिवार बर्बाद हो गया। राहुल ने आरोपी को फांसी की सजा की मांग की है।
आरोपी का पकड़ना मुश्किल था
डीसीपी ईस्ट श्रवण कुमार ने बताया कि आरोपी विमल सोशल मीडिया और वॉट्सऐप जैसे माध्यमों का उपयोग नहीं करता था। जिससे उसकी लोकेशन का पता लगाने में काफी कठिनाई हुई। उन्होंने बताया कि आरोपी ने एक होटल में काम करते हुए भी किसी से संपर्क नहीं किया। जिससे पुलिस को उसकी जानकारी नहीं मिल पाई।