चंडीगढ़। कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर पंजाब में विरोध प्रदर्शन के कारण कई सिनेमाघरों में इसे रिलीज नहीं किया जा सका। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने फिल्म में सिख समुदाय को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाते हुए लुधियाना, अमृतसर, पटियाला और बठिंडा जैसे शहरों में सिनेमाघरों के बाहर प्रदर्शन किया।
फिल्म, जिसमें कंगना रनौत ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका निभाई है, 1975-77 के आपातकाल के दौरान के घटनाक्रम पर आधारित है। हालांकि, रिलीज से पहले ही यह सिख समुदाय के खिलाफ कथित दुष्प्रचार और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड से प्रमाण पत्र मिलने में देरी के चलते विवादों में घिर गई थी।
प्रदर्शनकारियों ने काले झंडे और तख्तियां लेकर फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। कुछ तख्तियों पर लिखा था, “फिल्म इमरजेंसी का बहिष्कार हो।” सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मॉल और सिनेमाघरों के बाहर पुलिस बल तैनात किया गया।
कंगना रनौत का जवाब
फिल्म पर प्रतिबंध की मांग को लेकर कंगना ने इसे “कला और कलाकार का उत्पीड़न” बताया। उन्होंने एक्स पर लिखा, “मैं सभी धर्मों का सम्मान करती हूं। मेरी छवि बिगाड़ने और फिल्म को नुकसान पहुंचाने के लिए झूठ बोला जा रहा है।”