नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती करेंगे। उन्होंने यह बात मध्यप्रदेश और राजस्थान की महिलाओं और सहकारी कार्यकर्ताओं के से बातचीत के दैरान कही। सहकार संवाद कार्यक्रम में शाह ने कहा कि प्राकृतिक खेती से उत्पादन भी बढ़ता है और मेरे खेत में नेचुरल फार्मिंग भी होती है। इसमें डेढ़गुना बढ़ोतरी भी हुई है।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने प्राकृतिक खेती को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि यदि किसान प्राकृतिक खेती अपनाएं तो सिर्फ एक गाय से 21 एकड़ तक की खेती की जा सकती है। साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि भारत सरकार ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए विशेष कोऑपरेटिव (सहकारी समितियां) भी बनाई हैं, जो देश में जैविक अनाज की खरीद और निर्यात सुनिश्चित करेंगी।
अमित शाह ने बताया कि जो किसान प्राकृतिक खेती करते हैं, उनके खेतों में केंचुए पाए जाते हैं, जो मिट्टी की उर्वरकता बनाए रखते हैं। शाह ने दावा किया कि एक गाय के गोबर से तैयार की गई खाद से 21 एकड़ तक खेती संभव है, जिससे रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता घटती है।
अमित शाह ने बताया कि केंद्र सरकार के सहकारिता मंत्रालय ने किसानों को समर्थन देने के लिए कोऑपरेटिव मॉडल तैयार किया है, जो प्राकृतिक खेती से उत्पादित अनाज की खरीद करेगा। उसे निर्यात के लिए मार्केट से जोड़ेगा, और किसानों को अमूल मॉडल की तर्ज पर सीधा मुनाफा दिलाएगा। शाह ने कहा कि अगले 8–10 वर्षों में वैज्ञानिक तौर पर इसकी टेस्टिंग शुरू हो जाएगी, जिससे इसकी गुणवत्ता और लाभकारी प्रभावों की पुष्टि हो सके।