Dainikujala24। बरेली में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने है। एक 24 साल की लड़की से डॉक्टरों ने पेट से 2.5 किलो बालों का गुच्छा निकाला गया। यह ऑपरेशन करीब 2 घंटे चला। जिसमें सफलता मिली और युवती को सुरक्षित जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। राधा पिछले 16 साल से बाल खा रही थी। जिससे उसके पेट में यह समस्या उत्पन्न हुई।
पेट दर्द से लेकर ऑपरेशन तक
राधा को पिछले एक साल से खाने-पीने में दिक्कत हो रही थी, और उसका शरीर कमजोर होता जा रहा था। एक हफ्ते पहले उसे पेट में तेज दर्द हुआ। जिसके बाद उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन किया। जिसमें पेट में 2.5 किलो का एक भारी गुच्छा दिखाई दिया। इसके बाद सीनियर डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन का निर्णय लिया।
बाल खाने की आदत और दुर्लभ बीमारी
काउंसलिंग के दौरान राधा ने बताया कि वह 8 साल की उम्र से ही बाल खा रही थी। इस स्थिति को ‘रिपुंजल सिंड्रोम’ कहा जाता है, जो एक मानसिक विकार (ट्राइकोफेजिया) है। इसमें पीड़ित व्यक्ति बालों को चबाता और खाता है। यह समस्या अधिकतर किशोरावस्था की लड़कियों में देखी जाती है और समय पर इलाज न होने पर जानलेवा भी हो सकती है।
ऑपरेशन की प्रक्रिया
ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों ने सबसे पहले आंतों के पास से चीरा लगाकर बालों का गुच्छा बाहर निकाला। यह गुच्छा आंतों से चिपका हुआ था। डॉक्टरों को जितनी उम्मीद थी। उससे भी बड़ा गुच्छा निकला। इस दुर्लभ ऑपरेशन को डॉक्टर एमपी सिंह, डॉ. अंजली सोनी, और डॉ. मुग्धा शर्मा की टीम ने अंजाम दिया।
बीमारी पर विशेषज्ञों की राय
मनोचिकित्सक डॉ. सुमित कुमार के अनुसार, रिपुंजल सिंड्रोम एक दुर्लभ स्थिति है, जिसमें लोग अनजाने में अपने सिर के बाल खाते रहते हैं। इसका समय पर इलाज न होने से गंभीर जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं। यह मामला एक दुर्लभ बीमारी का उदाहरण है। जिसमें बाल खाने की आदत व्यक्ति के जीवन के लिए खतरा बन सकती है।