महाकुंभ प्रयागराज। सोशल मीडिया से चर्चा में आए अभय सिंह उर्फ आईआईटीएन बाबा ने महाकुंभ के जिस शिविर में निवास किया था, उसे अचानक छोड़कर चले गए। जूना अखाड़े के साधु-संतों ने उनकी अनुपस्थिति की पुष्टि की। इस बीच, उनके माता-पिता उन्हें खोजते हुए महाकुंभ पहुंचे, लेकिन वहां उन्हें बाबा के जाने की जानकारी मिली।
आईआईटीएन बाबा का एक वीडियो चार दिन पहले वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने बताया था कि उन्होंने आईआईटी मुंबई से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और कनाडा में 36 लाख के पैकेज की नौकरी छोड़ दी। उन्होंने वैराग्य का रास्ता अपनाते हुए साधु जीवन को चुना। वीडियो में उनकी धाराप्रवाह अंग्रेजी और उनके अनुभवों ने लोगों को आकर्षित किया।
65 लाख से ज्यादा लोगों ने देखा बाबा का वीडियो
वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसे 65 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं और 12 हजार से अधिक बार शेयर किया गया। इसके बाद आईआईटीएन बाबा सोशल मीडिया और खबरों में छा गए। जब बाबा के परिवार को उनके महाकुंभ में होने की जानकारी मिली, तो वे उन्हें ढूंढते हुए पहुंचे। मीडिया में आए बयानों के मुताबिक, परिवार ने बताया कि वे पिछले एक साल से बाबा का पता नहीं लगा पाए थे। हालांकि, बाबा ने इसपर कठोर टिप्पणी की और माता-पिता के प्रति नाराजगी जाहिर की।
महाकुंभ में कैसे पहुंचे आईआईटीएन बाबा?
जूना अखाड़े के बाबा सोमेश्वर पुरी के मुताबिक उनकी पहली मुलाकात अभय सिंह से काशी में हुई थी। वहां उनकी जिज्ञासाओं और वैराग्य के प्रति झुकाव को देखकर उन्हें जूना अखाड़े के बड़े गुरुओं के पास ले जाया गया। इसके बाद, बाबा ने महाकुंभ में आने का निर्णय लिया। महाकुंभ में पहले दिन बाबा का व्यवहार सामान्य था। लेकिन दूसरे दिन उनका मानसिक संतुलन बिगड़ने लगा, और उन्होंने अजीबोगरीब बातें करनी शुरू कर दीं। इसके बाद, उन्होंने नशा करना शुरू कर दिया। इस स्थिति को देखते हुए उन्हें आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद के पास ले जाया गया। रात के समय बाबा वापस आए और शिविर से अपना सामान लेकर बिना किसी को बताए चले गए। उनकी मौजूदा स्थिति और ठिकाने की जानकारी किसी के पास नहीं है।