न्यूयॉर्क। अमेरिका में जन्म के आधार पर नागरिकता खत्म करने के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के बाद अवैध प्रवासी गर्भवती महिलाओं में जल्द प्रसव कराने की होड़ मच गई है। मीडिया रिपोर्ट्स और न्यूजर्सी के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अविनाश गुप्ता ने इसकी पुष्टि की है। हालांकि, अमेरिकी अदालत ने ट्रंप के फैसले पर फिलहाल अस्थायी रोक लगा दी है।
डॉ. गुप्ता के अनुसार, महिलाएं सर्जरी के जरिए समय से पहले प्रसव कराने का विकल्प चुन रही हैं, जिससे मां और बच्चे दोनों को खतरा हो सकता है। उनका कहना है कि नागरिकता के लिए ऐसा करना सही नहीं है। ये महिलाएं 20 फरवरी से पहले बच्चे को जन्म देना चाहती हैं, क्योंकि इसके बाद नागरिकता के नए नियम लागू हो सकते हैं।
भारतीय प्रवासियों पर फैसले का प्रभाव
ट्रंप के इस फैसले का भारतीय प्रवासियों पर बड़ा असर पड़ेगा। पिछले तीन वर्षों में अमेरिका में शरण मांगने वाले भारतीयों की संख्या में तेजी देखी गई है। वर्ष 2021 में जहां 4,330 भारतीयों ने शरण के लिए आवेदन किया था, वहीं 2023 में यह संख्या बढ़कर 41,330 हो गई। इनमें से 5,340 को शरण दी गई थी। यह आंकड़ा अमेरिकी गृह विभाग द्वारा पिछले साल नवंबर में जारी किया गया था।