दिल्ली की नई मुख्यमंत्री होंगी आतिशी, केजरीवाल ने किया नाम का एलान

दैनिक उजाला24। दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी है।

मंगलवार को आम आदमी पार्टी (AAP) की विधायक दल की बैठक में उन्होंने शिक्षा मंत्री आतिशी के नाम का प्रस्ताव पेश किया। शाम 4:30 बजे केजरीवाल उपराज्यपाल विनय सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंपेंगे और आतिशी के नाम का औपचारिक ऐलान करेंगे। इसी सप्ताह नए मुख्यमंत्री और कैबिनेट का शपथ ग्रहण भी होगा।

आतिशी का नाम प्रस्तावित

आतिशी का नाम मुख्यमंत्री के रूप में प्रस्तावित किया गया है, और उनके नाम की औपचारिक घोषणा के साथ ही दिल्ली की राजनीति में नया अध्याय शुरू होगा। 26 और 27 सितंबर को दिल्ली विधानसभा का सत्र बुलाया गया है, जहां आतिशी के नाम की पुष्टि की जाएगी।

केजरीवाल ने क्यों छोड़ा पद?

केजरीवाल ने 15 सितंबर को मुख्यमंत्री पद छोड़ने का ऐलान किया था, जब उन्हें शराब नीति केस में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी। जमानत के बाद, सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें मुख्यमंत्री ऑफिस में न जाने और किसी फाइल पर साइन न करने की शर्त रखी थी। इस स्थिति में, केजरीवाल का प्रभावशाली कामकाज पर असर पड़ा, और उनके पास वास्तविक प्रशासनिक शक्ति नहीं रह गई थी।

इसके अलावा, दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल फरवरी 2025 में समाप्त हो रहा है, जिससे चुनावी दृष्टिकोण से केवल पांच महीने बचे हैं। इस समय में सरकार लोक-लुभावन निर्णय ले सकती है, लेकिन केजरीवाल कोर्ट की शर्तों में बंधे थे।

ईमानदारी की छवि पर फोकस

केजरीवाल ने अपने इस्तीफे के साथ एक और कारण बताया है। उनका कहना है कि भाजपा के नेता लगातार उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे। इस्तीफा देने के बाद, वे भाजपा को यह चुनौती दे सकते हैं कि केवल आरोपों के आधार पर उन्होंने पद छोड़ा, और अब जनता उनकी ईमानदारी का फैसला करेगी।

आप केवल चेहरा बदल सकती, भ्रष्टाचार का दाग नहीं मिटा सकती ~भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिल्ली

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि AAP केवल चेहरा बदल सकती है, लेकिन पार्टी के भ्रष्टाचार के दाग नहीं मिटा सकती। उन्होंने यह भी दावा किया कि दिल्ली की जनता के लिए चुनाव का प्रमुख मुद्दा अरविंद केजरीवाल का भ्रष्टाचार रहेगा।

मुख्यमंत्री कोई भी, जनादेश केजरीवाल का ही

AAP के सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कोई भी बैठे, जनादेश अरविंद केजरीवाल का ही है। उनका कहना है कि जनता जब तक केजरीवाल को दोबारा नहीं चुनेगी, तब तक वे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे।

इस बीच, दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य में अब आतिशी के नेतृत्व में नई दिशा देखने को मिलेगी, और यह देखना होगा कि उनके नेतृत्व में AAP और दिल्ली की राजनीति किस दिशा में जाती है।

Leave a Comment

Read More

Read More