आजादी के आंदोलन में शामिल कांग्रेस के कार्यकर्ता जेल जाते और माफ़ीनामा लिखकर बाहर आते थे – ओमकार

बदायूं।  कांग्रेस सेवादल की बैठक 25 सितंबर को शेखुपुर, बिल्सी विधानसभा में आयोजित की गई। इस बैठक में मुख्यातिथि के रूप में जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ओमकार सिंह और विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रदेश उपाध्यक्ष कांग्रेस सेवादल यंग बिग्रेड शफी अहमद मौजूद रहे। बैठक की अध्यक्षता जिला कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष उमेन्द्र पाल शंखधार ने की। आयोजन का कार्यभार जिला कांग्रेस सेवादल उपाध्यक्ष जगदीश सागर और ठाकुर राजीव तोमर ने संभाला।

बैठक में राहुल गांधी के संघर्षों और कांग्रेस सेवादल के समर्पण पर प्रकाश डाला गया। ठाकुर राजीव सिंह, अशोक यादव, श्याम बाबू यादव और उनके सैकड़ों साथियों ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।

 इस अवसर पर उपस्थित पदाधिकारी और ग्रामीणों को संबोधित करते हुए ओमकार सिंह ने कहा कि कांग्रेस में सेवादल को फ़ौजी अनुशासन और जज़्बे के लिए जाना जाता है। उनका संगठनात्मक ढांचा और संचालन का तरीका सैन्य रहा है, और कभी कांग्रेस में शामिल होने से पहले सेवादल की ट्रेनिंग ज़रूरी होती थी। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इंदिरा गांधी ने राजीव गांधी की कांग्रेस में एंट्री सेवादल के माध्यम से ही कराई थी। नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक, सभी ने सेवादल को ‘कांग्रेस का सच्चा सिपाही’ कहा है।

प्रदेश उपाध्यक्ष कांग्रेस सेवादल यंग बिग्रेड शफी अहमद ने बताया कि 1923 से पहले आज़ादी के आंदोलन में शामिल कांग्रेस के कार्यकर्ता जेल जाते और माफ़ीनामा लिखकर बाहर आते थे। 1921 में झंडा सत्याग्रह के दौरान हार्डिकर और उनके मित्रों की राष्ट्र सेवा मंडल ने माफ़ी मांगने से मना कर दिया।

, जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण की ज़रूरत महसूस की गई। शफी अहमद ने बताया कि नागपुर सेंट्रल जेल में एक ऐसा संगठन बनाने का निश्चय किया गया जो कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित कर फ़ौजी अनुशासन और लड़ने का माद्दा पैदा कर सके।

 1923 में कर्नाटक में आयोजित कांग्रेस सम्मेलन में सेवादल बनाने का प्रस्ताव रखा गया और इसे कांग्रेस सेवादल के रूप में जाना गया। उन्होंने यह भी कहा कि जब भी कांग्रेस परेशानियों में रही है, सेवादल के सिपाही आगे आए हैं, जैसे ऑपरेशन ब्ल्यू स्टार के बाद पंजाब में कांग्रेस के लिए काम करना मुश्किल था, तब सेवादल ने बंदूकों और गोलियों के बीच वहां संगठन का काम किया।

उमेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि कांग्रेस के बेलगाम सम्मेलन (1924) में पहली बार सेवादल को सैनिटेशन और सिक्युरिटी की व्यवस्था का काम सौंपा गया था। तब बाल्टियों में मैला उठाया जाता था और सेवादल से जुड़े सभी वर्ग के लोगों ने सम्मेलन में आए लोगों का मैला साफ़ किया था। महात्मा गांधी ने कहा था कि हार्डिकर और उनके संगठन के बग़ैर कांग्रेस का अधिवेशन सफल नहीं हो पाता।

इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस सेवादल सहसचिव बाबू चौधरी, प्रदेश कांग्रेस सेवादल यंग बिग्रेड सचिव फरहान हुसैन, जिला उपाध्यक्ष वीरेश तोमर, जिला महासचिव इख्लास हुसैन, और जिला कांग्रेस सेवादल जगदीश सागर ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन जिला कांग्रेस सेवादल उपाध्यक्ष संजीव यादव ने किया और कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ जिला कांग्रेस सेवादल प्रवक्ता एवं जिला उपाध्यक्ष अविनेश मिश्रा ने किया। इस अवसर पर पूर्व प्रधान इंद्रपाल सिंह, राजीव सिंह, विजय सिंह, ओमपाल सिंह, फिरोज सैफी, परम सिंह, रियाजुद्दीन, डॉक्टर योगेंद्र, पुष्पेंद्र और सैकड़ों कांग्रेसजन मौजूद रहे।

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